
Agra News : यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया 3.11 लाख क्यूसेक पानी अगले तीन दिनों में आगरा पहुंचेगा, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। नदी किनारे बसे क्षेत्रों में खतरा बढ़ने लगा है। प्रशासन सतर्क है और प्रभावित इलाकों में मुनादी कराई जा रही है। लोगों से अपील की गई है कि वे नदी के किनारे न जाएं।
सोमवार शाम को वाटर वर्क्स पर जलस्तर चेतावनी बिंदु से एक फुट दो इंच ऊपर दर्ज किया गया। रात 10 बजे यमुना का जलस्तर 495 फीट तक पहुंच गया। फिलहाल जलस्तर में हर घंटे करीब एक इंच की वृद्धि हो रही है।
बढ़ते जलस्तर से ताजगंज श्मशान घाट के छह से अधिक चिता स्थल जलमग्न हो चुके हैं। साथ ही मंटोला नाला, जीवनी मंडी नाला और हाथीघाट नाला बैक मारने लगे हैं। नालों के मुहानों पर कूड़ा जमा होने से निकासी बाधित है और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन रही है।
प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर बनाए जा रहे हैं। प्रशासन ने 15 बाढ़ चौकियां स्थापित कर अलर्ट जारी किया है ताकि हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा सके।
बाढ़ का पानी देहात क्षेत्रों में भी पहुंचने लगा है। बाह के गगनकी, सदर तहसील के नूरपुर और तनौरा गांवों में पानी फैलने की सूचना है। प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिए हैं।
डीएम ने जनता से अपील की है कि वे यमुना किनारे न जाएं, नदी में नाव न चलाएं और किसी भी तरह की जोखिम न उठाएं। मोटर बोट, गोताखोर और राहत-बचाव दलों को सतर्क कर दिया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
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